मधुबनी, चित्रकूट तुलसीपीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा है कि कलयुग क अंत में भारत भूमि के संभल ग्राम के विष्णुयश नामक ब्राह्मण के यहां कल्कि भगवान का अवतरण होगा ! वे यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे ! महराज जी ने कलियुग की अवधि चार लाख ३२ हजार वर्ष बताते हुए कहा कि अभी पांच हजार ५२ वर्ष ही गुजरे हैं!उन्होंने मिथिला को सीता की पवित्र धरती बताते हुए कहा कि मिथिला की प्राचीन संस्कृति का झलक आज भी अनुभव किए जा रहे हैं ! संध्या काल में स्थानीय सरकारी बस पड़ाव में श्री राम कथा ज्ञानयज्ञ को संबोधित करते हुए उन्होंने भक्तों से भगवान राम के जीवन चरित्र को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि भगवान राम पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखा ! उन्होंने भगवान राम की जीवन चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान राम ने धर्म का अक्षरसह पालन करते हुए मनुष्य जाति के समक्ष एक अटल व पवित्र चरित्र का मार्ग दिखाया है ! जिस पर चलकर भक्त अपना जीवन सफल बना सकते हैं ! उन्होंने रावण की चर्चा करते हुए कहा कि मिथिला जनक जानते थे कि रावण का नाश कब और कैसे होगा ! उन्होंने कहा जिस तरह धूप को देखकर आइस्क्रीम पीघल जाता है उसी प्रकार सद्कर्म के समक्ष भक्तों की पीड़ा पीघल कर पानी का रूप धारण कर लेती है ! प्रवचन के दौरान भजन पर यहां हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु भजन की सागर में गोते लगाते नजर आए ! श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर शहर में आध्यात्मिक माहौल व्याप्त है !
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