दरभंगा, : अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. बैद्यनाथ चौधरी 'बैजू' ने कहा कि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य का सपना जरूर साकार होगा ! वे बुधवार को स्थानीय विद्यापति सेवा संस्थान के प्रधान कार्यालय में प्रेस से बात कर रहे थे ! उन्होंने कहा कि इसके लिए जारी आंदोलन को और धारदार बनाने को आगामी ५ मार्च को स्थानीय महेश ठाकुर मिथिला महाविद्यालय के सभागार में पूर्वाह्न ११ बजे से सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है ! इसमें मिथिला क्षेत्र के विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ ही मिथिला-मैथिली सेवी संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, शिक्षकों, छात्रों, साहित्यकारों आदि को आमंत्रित किया जा रहा है ! डॉ. बैजू ने बताया कि सम्मेलन का उद्घाटन स्थानीय सांसद कीर्ति आजाद करेंगे ! वहीं इसकी अध्यक्षता पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ करेंगे ! पूर्व मंत्री समाइले नबी, कृपानाथ पाठक के साथ ही विधायकों, विधान पार्षदों के संग पूर्व सांसद, विधायक व विधान पार्षद को भी आमंत्रित किया जा रहा है ! उन्होंने स्वाधीनता प्राप्ति के बाद से ही मिथिला की उपेक्षा का अरोप लगाते हुए कहा कि उद्योग धंधे के अभाव में यहां से मजदूरों का पलायन हो रहा है तो बेहतर शिक्षण संस्थान के अभाव में छात्र भी बाहर जाने को विवश हैं ! बाढ़-सुखाड़ का निदान नहीं हो सका है ! बिजली संकट से लोग जूझ रहे हैं ! इन सभी समस्याओं का एकमात्र निदान मिथिला राज्य है जिसके लिए वे आजीवन लड़ते रहेंगे ! शहादत भी देनी पड़े तो इसके लिए तैयार हैं ! उन्होंने ग्रियर्सन के नक्शे को आधार बताते हुए मिथिला राज्य की मांग दोहराई ! डॉ. बैजू ने जानकारी दी कि १२ मार्च को संसद के समक्ष इस मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन भी होगा ! इस मौके पर मिथिला राज्य संघर्ष समिति के डॉ. उदयशंकर मिश्र ने प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मैथिली को बनाए जाने की मांग राज्य सरकार से करते हुए आगामी सम्मेलन के माध्यम से सभी दलों व संगठनों को एक मंच पर लाकर जोरदार आंदोलन की बात कही ! इस मौके पर विद्यापति सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. बचरू पासवान, मैथिली शिक्षक के अध्यक्ष डॉ. श्रीशंकर झा, चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाइ मौजूद थे !
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